तुझ संग... तू धरा गगन एक दिन खेत पर आ कौन जैसा तुझ प्रीत लागी बहुत कुछ था लिखनेको मन में फिर सोचा कुछ अलफ़ाज़ जिन्दगी के नाम लिख दूँ।

Hindi आ तुझ पर कोई नज़्म लिख दूँ... Poems